वो तीन लोग जो बिना पासपोर्ट कर सकते हैं किसी भी देश की यात्रा, वजह जानकर रह जाएंगे हैरान
दुनिया घूमने के लिए पासपोर्ट एक महत्वपूर्ण दस्तावेज है, लेकिन जापान के राजा, महारानी और ब्रिटिश सम्राट को इससे छूट मिलती है। जापानी सम्राट को राज्य का प्रतीक माना जाता है, जबकि ब्रिटिश सम्राट संप्रभु प्रतिरक्षा के कारण पासपोर्ट से मुक्त हैं। जापान का विदेश मंत्रालय और ब्रिटेन का विदेश, राष्ट्रमंडल और विकास कार्यालय उनकी यात्राओं का प्रबंधन करते हैं।

पासपोर्ट के बिना यात्रा करने वाले तीन लोग
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। दुनिया घूमने के लिए आपको कुछ दस्तावेजों की जरूरत होती है। इसमें सबसे जरूरी होता है पासपोर्ट। पासपोर्ट एक ऐसा दस्तावेज है जो विदेश में आपकी पहचान बताता है। चाहे कोई सामान्य व्यक्ति हो, सरकारी अधिकारी या राजनयिक सभी के लिए पासपोर्ट अनिवार्य है।हालांकि दुनियाभर में तीन लोगों को इससे छूट मिलती है। जापान के राजा, महारानी और ब्रिटिश सम्राट को पासपोर्ट के बिना दूसरे देशों में यात्रा करने का विशेषाधिकार प्राप्त है।
जापानी संविधान के अनुच्छेद 1 के तहत, सम्राट को "राज्य और जनता की एकता का प्रतीक" के रूप में परिभाषित किया गया है। जापानी सम्राट और महारानी को अंतरराष्ट्रीय यात्रा के लिए पासपोर्ट की आवश्यकता नहीं होती है, क्योंकि वे राज्य के प्रतीक हैं। इस सिद्धांत के आधार पर, शाही जोड़े को नागरिकों पर लागू होने वाली सामान्य प्रक्रियाओं से नहीं गुजरना चाहिए। जापान का विदेश मंत्रालय मेजबान देशों को औपचारिक सूचना जारी करके सम्राट की विदेश यात्राओं को आसान बनाता है, यह सुनिश्चित करते हुए कि उनकी स्थिति को मान्यता और सम्मान मिले।
ब्रिटिश सम्राट को भी मिलती है छूट
यूनाइटेड किंगडम में इस मामले में राजा चार्ल्सतृतीय के लिए पासपोर्ट की आवश्यकता समाप्त कर दी गई है। यह छूट संप्रभु प्रतिरक्षा के कानूनी सिद्धांत सेआतीहै, जिसकेतहत, किसी सम्राट पर मुकदमा नहीं चलाया जा सकता और इसके अतिरिक्त, वह अन्य नागरिकों पर लागू होने वाली सामान्य कानूनी प्रक्रियाओं के अधीन भीनहींहो सकता। साथ हीब्रिटिशपासपोर्टसम्राटकेनामसेजारीकिए जाते हैं। यद्यपि जापानी सम्राट और ब्रिटिश सम्राट दोनों को पासपोर्ट के बिना यात्रा करने का विशेषाधिकार प्राप्तहै, फिरभीप्रत्येकदेशकेअलग-अलगसंवैधानिकऔरकानूनीढांचेकेकारणइस विशेषाधिकार के उपयोग के कारण और तरीके अलग-अलग हैं।
कौन करता है यात्रा का प्रबंधन?
जापानी सम्राट की भूमिका संविधान द्वारा परिभाषित रूप से पूरी तरह से प्रतीकात्मक है, जबकि ब्रिटिश सम्राट के पास कुछ विशेषाधिकार और औपचारिक कर्तव्य होते हैं। जापान में सरकार का विदेश मंत्रालय सम्राट की यात्रा की व्यवस्था करता है और यह सुनिश्चित करता है कि राजशाही का प्रतीकात्मक स्वरूप बना रहे। ब्रिटेनमें विदेश मंत्रालयराष्ट्रमंडल और विकास कार्यालय सम्राट की यात्रा के हर पहलू का प्रबंधन करता है।दोनों राजाओं को अन्य राष्ट्रों द्वारा राज्य प्रमुख के रूप में मान्यता दी जाती है, तथा उनकी यात्राएं संप्रभुओं को दिए जाने वाले पूर्ण सम्मान और औपचारिक सम्मान के साथ आयोजित की जाती हैं।
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