शेख हसीना ही नहीं, सद्दाम हुसैन से परवेज मुशर्रफ तक... दुनिया के इन नेताओं को सुनाई जा चुकी है फांसी की सजा
बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना को छात्र प्रदर्शनों के दौरान घातक बल प्रयोग की मंजूरी देने पर फांसी की सजा सुनाई गई है। उनके अलावा, कई अन्य विश्व नेताओं जैसे सद्दाम हुसैन, परवेज मुशर्रफ, और जुल्फिकार अली भुट्टो को भी विभिन्न अपराधों के लिए मृत्युदंड दिया गया। इन नेताओं को सत्ता के दुरुपयोग और मानवता के खिलाफ अपराधों का दोषी पाया गया था।

शेख हसीना के अलावा इन नेताओं को मिल चुकी है फांसी की सजा (फाइल फोटो)
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना को 2024 के छात्र विरोध प्रदर्शनों के दौरान प्रदर्शनकारियों पर घातक बल इस्तेमाल की मंजूरी देने के मामले में मृत्युदंड (फांसी) की सजा सुनाई गई है। हालांकि, शेख हसीना अकेली ऐसी सरकार की मुखिया नहीं हैं, जिनका यह अंजाम हुआ है। दुनिया के कई प्रमुख नेताओं को सत्ता के दुरुपयोग के लिए मृत्युदंड की सजा सुनाई गई।
दरअसल, बंगाल की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के अलावा इराक के पूर्व राष्ट्रपति सद्दाम हुसैन, पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति जुल्फिकार अली भुट्टो, परवेज मुशर्रफ समेत दुनिया के कई नेताओं को फांसी की सजा मिल चुकी है। आइए नजर डालते हैं अतीत में अन्य प्रमुख विश्व नेताओं पर, जिन्हें फांसी की सजा सुनाई गई।
सद्दाम हुसैन
इराक के पूर्व राष्ट्रपति सद्दाम हुसैन 1990 के दशक में हुसैन ने इराक पर शासन किया था। उनको 6 नवंबर, 2006 को मानवता के विरुद्ध अपराधों राजनीतिक दमन और नरसंहार जैसे गंभीर आरोपों के लिए मौत की सजा सुनाई गई थी। कानूनी प्रक्रिया के बाद उन्हें फांसी दी गई थी।
ज़ुल्फिकार अली भुट्टो
पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री ज़ुल्फिकार अली भुट्टो को 1979 में फांसी सजा सुनाई गई। उन्हें हत्या की साजिश से जुड़े विवादित मामले में फांसी दी गई। उनके समर्थक हमेशा से दावा करते रहे हैं कि उन्हें निष्पक्ष ट्रायल नहीं मिला। 4 अप्रैल, 1979 को जुल्फिकार अली भुट्टो को फांसी दी गई।
चुन डू-ह्वान
चुन डू-ह्वान दक्षिण कोरिया के एक पूर्व सैन्य तानाशाह थे। इन्होंने 1979 में तख्तापलट के बाद 1980 से 1988 तक देश पर शासन किया। उनके शासनकाल में लोकतंत्र समर्थक प्रदर्शनों का बेरहमी से दमन किया गया। बाद में उन पर भ्रष्टाचार के कई आरोप लगे और उन्हें जेल भी हुई। 1990 के दशक में, उन्हें भ्रष्टाचार और सत्ता के दुरुपयोग के लिए दोषी ठहराया गया और मौत की सजा सुनाई गई। हालांकि, बाद में सजा को आजीवन कारावास में बदल दिया गया।
तोजो हिदेकी
जापान के पूर्व सैनिक और राजनेता तोजो हिदेकी को युद्ध अपराधों के लिए फांसी दी गई थी। युद्ध के दौरान 1941 से 1944 तक जापान के प्रधानमंत्री के रूप में कार्य किया। उन्हें टोक्यो परीक्षणों में सुदूर पूर्व के लिए अंतरराष्ट्रीय सैन्य न्यायाधिकरण द्वारा दोषी ठहराया गया था और 23 दिसंबर, 1948 को फांसी दे दी गई थी।
परवेज मुशर्रफ
परवेज मुशर्रफ पाकिस्तान के पहले ऐसे सैन्य शासक थे, जिन्हें फांसी की सजा सुनाई गई थी। 17 दिसंबर 2019 में कोर्ट ने मुशर्रफ को देशद्रोह के मामले में फांसी की सजा सुनाई थी। पाकिस्तानी अदालत ने राजद्रोह के मामले में मुशर्रफ को मौत की सजा सुनाई थी।
बेनिटो मुसोलिनी
बेनिटो मुसोलिनी 1922 में रोम पर मार्च से लेकर 1943 में अपने तख्तापलट तक फासीवादी युग के दौरान इटली के तानाशाह थे। उन्होंने राष्ट्रीय फासीवादी पार्टी (पीएनएफ) की स्थापना की और 1922 से इटली के प्रधानमंत्री के रूप में कार्य किया। बेनिटो मुसोलिनी को 28 अप्रैल1945 को इटली छापामारों ने पकड़कर गोली मार दी थी। हत्या के बाद, उनके शव को सार्वजनिक रूप से अपमानित किया गया था और फिर दफनाया गया था।

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