बलूच आर्मी के हमले में पाकिस्तानी मेजर की मौत, डर के साए में जी रही पाक सेना; ऐसे किया अटैक
क्वेटा में बलूच लिबरेशन आर्मी (बीएलए) के हमले में पाकिस्तानी सेना के मेजर अनवर काकर की मौत हो गई। जिन्ना रोड पर हुए इस हमले में मैग्नेटिक आइईडी का इस्तेमाल किया गया। बीएलए ने हमले की जिम्मेदारी ली है। यह हमला उनकी आंतरिक इकाई जिराब द्वारा एकत्रित जानकारी पर आधारित था।

एएनआई, क्वेटा। बलूच लिबरेशन आर्मी (बीएलए) की ओर से शनिवार शाम क्वेटा में किए गए एक घातक बम विस्फोट में पाकिस्तानी सेना का वरिष्ठ अधिकारी मारा गया। प्रारंभिक रिपोर्टों के अनुसार, एक मैग्नेटिक आइईडी विस्फोटक की मदद से जिन्ना रोड क्षेत्र के पास एक वाहन को निशाना बनाया गया।
हमले में मेजर अनवर काकर की घटनास्थल पर ही मौत हो गई। वह सेना के 12 कोर के इंटर-सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस (आईएसपीआर) सेल से जुड़े थे। घटना के बाद सामने आए सीसीटीवी फुटेज में दो मोटरसाइकिल सवारों को वाहन पर मैग्नेटिक विस्फोटक उपकरण लगाते देखा जा सकता है। थोड़ी देर बाद ही इसमें विस्फोट हो गया।
धरना लगातार चौथे दिन जारी
बलूचिस्तान पोस्ट के अनुसार मेजर के अलावा कोई अन्य हताहत नहीं हुआ है। बीएलए ने कहा कि यह हमला उनकी आंतरिक इकाई जिराब द्वारा एकत्रित सटीक खुफिया जानकारी पर आधारित था। जबरन गायब किए गए लोगों और हिरासत में लिए गए बलूच यकजेहती समिति के नेताओं के परिवारों से जुड़े सदस्यों का धरना लगातार चौथे दिन जारी रहा।
पाकिस्तानी अधिकारियों ने प्रदर्शन को दबाने का प्रयास तेज कर दिया है। उन्होंने स्वजनों को विरोध स्थल तक पहुंचने से रोका और वहां जाने वाली सड़कों को सील कर दिया। विरोध प्रदर्शन शुरू होने के बाद से ही प्रदर्शनकारियों को तंबू या उचित शिविर नहीं लगाने दिया गया है। हालांकि, भारी बारिश और गर्मी की मार झेलने के बावजूद वे अपना शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन जारी रखे हुए हैं।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।