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    Nepal New PM: कौन हैं बालेंद्र शाह, जिन्हें नेपाल का नया प्रधानमंत्री बनाने की मांग कर रहे Gen-Z प्रदर्शनकारी?

    Updated: Tue, 09 Sep 2025 08:37 PM (IST)

    नेपाल में सोशल मीडिया पर बैन के विरोध में युवाओं ने प्रदर्शन किया जो हिंसक हो गया। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए सेना उतारनी पड़ी और कर्फ्यू लगाना पड़ा। प्रदर्शनकारियों ने प्रधानमंत्री के इस्तीफे की मांग की। बढ़ते दबाव के बाद केपी शर्मा ओली ने इस्तीफा दे दिया। अब प्रदर्शनकारी बालेंद्र शाह को नेपाल की कमान सौंपने की मांग कर रहे हैं जो काठमांडू के मेयर हैं।

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    प्रदर्शनकारियों की मांग है कि बालेंद्र शाह नेपाल की कमान संभालें (फोटो: जागरण)

    डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। नेपाल में सोशल मीडिया बैन करने के फैसले के विरोध में सोमवार को लाखों की संख्या में युवा सड़कों पर उतर आए। प्रदर्शनकारी संसद परिसर में घुस गए, सुरक्षाबलों से उनकी झड़प भी हुई। काठमांडू की सड़कों पर सेना तक उतारनी पड़ गई, लेकिन स्थिति कंट्रोल में नहीं आई। कई शहरों में कर्फ्यू लगाया गया।

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    Gen-Z आंदोलन में 19 लोगों को जान गंवानी पड़ी, लेकिन मंगलवार को भी प्रदर्शनकारी डटे रहे। उनकी मांग थी कि केपी शर्मा ओली अपने पद से इस्तीफा दें। जब मंगलवार को युवाओं का समूह प्रधानमंत्री कार्यालय में दाखिल होने की कोशिश करने लगा, तब जाकर केपी शर्मा ओली ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया। अब प्रदर्शनकारियों की मांग है कि बालेंद्र शाह (Who is Balendra Shah) नेपाल की कमान संभालें।

    काठमांडू के मेयर हैं बालेंद्र शाह

    बालेंद्र शाह को उनके समर्थक बालेन कहकर भी पुकारते हैं। वह काठमांडू मेट्रोपॉलिटन सिटी के मेयर हैं। बालेंद्र शाह का जन्म 1990 में काठमांडू में हुआ था। उन्होंने पहले नेपाल से सिविल इंजीनियरिंग की डिग्री ली। इसके बाद वह पढ़ने के लिए भारत आए।

    कर्नाटक के बेलगावी स्थित विश्वेश्वरैया प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय से उन्होंने स्ट्रक्चरल इंजीनियरिंग में मास्टर डिग्री हासिल की। बालेंद्र शाह शुरुआत में नेपाल के अंडरग्राउंड हिप-हॉप जगत में एक रैपर और गीतकार के रूप में सक्रिय थे। अपने संगीत में वह हमेशा भ्रष्टाचार और असमानता जैसे मुद्दों को उठाते थे।

    मेयर चुनाव में रचा था इतिहास

    लेकिन समर्थकों की इच्छा और अपनी बढ़ती दिलचस्पी को देखते हुए बालेंद्र शाह ने राजनीति में आने का फैसला किया। 2022 में उन्होंने काठमांडू मेयर चुनाव का स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में पर्चा भरा और जब नतीजे घोषित हुए, तो उन्होंने सभी को चौंका दिया। बालेंद्र शाह ने अपने सामने खड़े कई दिग्गज प्रतिद्वंद्वियों को मात देते हुए 61,000 से ज्यादा वोटों से जीत हासिल की।

    बालेंद्र शाह ने सबीना काफले से शादी की है। वे सोशल मीडिया पर काफी सक्रिय रहते हैं और हमेशा जनता से जुड़े मुद्दों पर संवाद करते रहते हैं। जब नेपाल में जेन-जी आंदोलन चल रहा था, तब बालेंद्र ने भी इसका समर्थन किया था। हालांकि अपनी उम्र सीमा के कारण वह इसमें शामिल नहीं हो सके थे।

    सोशल मीडिया पर होने लगा ट्रेंड

    जेन-जी आंदोलन में शामिल होने के लिए 28 वर्ष या उससे कम उम्र के युवाओं से आह्वान किया गया था। बालेंद्र शाह 35 साल के हैं। उन्होंने इस संबंध में सोशल मीडिया पर लिखा था, 'यह रैली स्पष्ट रूप से जेन-जी का एक स्वतःस्फूर्त आंदोलन है, जिसके लिए मैं भी बूढ़ा लग सकता हूँ। मैं उनकी आकांक्षाओं, उद्देश्यों और सोच को समझना चाहता हूं। राजनीतिक दलों, नेताओं, कार्यकर्ताओं, सांसदों और प्रचारकों को इस रैली का इस्तेमाल अपने स्वार्थ के लिए करने की अतिशयोक्ति नहीं करनी चाहिए।'

    सोमवार की देर रात जब प्रदर्शनकारियों के दबाव में सरकार ने सोशल मीडिया से बैन वापस लिया, तो युवाओं ने ऑनलाइन भी अपना आक्रोश जाहिर किया। इसके बाद अचानक बालेंद्र शाह ट्रेंड करने लगा और कई यूजर्स ने बालेंद्र शाह से देश की कमान संभालने की अपील की। अब ओली के इस्तीफे के बाद कहा जा रहा है कि बालेंद्र शाह ही नेपाल के अंतरिम प्रधानमंत्री बनेंगे।

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