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    अजेय मिसाइल दाग कर पुतिन ने ट्रंप को दिखाया अपना दम, क्या है इसकी खासियत?

    Updated: Sun, 26 Oct 2025 11:30 PM (IST)

    रूस ने अमेरिका के साथ तनाव के बीच 14 हजार किलोमीटर तक मार करने वाली क्रूज मिसाइल बुरेवेस्तनिक का सफल परीक्षण किया है। राष्ट्रपति पुतिन ने इसे अद्वितीय हथियार बताया है, जो अमेरिका के किसी भी क्षेत्र को निशाना बना सकता है। परमाणु ऊर्जा से चलने वाली यह मिसाइल रडार की पकड़ में नहीं आती और लंबी दूरी तक उड़ान भरने में सक्षम है। इसे पश्चिमी दबाव का रूसी जवाब माना जा रहा है।

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    लक्ष्य तक पहुंचने से पहले ये मिसाइल 15 घंटे तक हवा में रही (फोटो: रॉयटर्स)

    डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। अमेरिका से गहराती तनातनी के बीच रूस ने असीमित दूरी तक मार करनेवाली क्रूज मिसाइल दागकर पूरी दुनिया को चौंका दिया है। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने रविवार को घोषणा की कि रूस ने 14 हजार किलोमीटर दूर तक मार कर सकनेवाली क्रूज मिसाइल बुरेवेस्तनिक का सफल परीक्षण किया है। अब इसे तैनाती की दिशा में आगे बढ़ाया जाएगा।

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    पुतिन ने कहा कि ये ऐसा हथियार है, जो दुनिया में किसी और देश के पास नहीं है। अमेरिका का कोई भी इलाका इस मिसाइल की रेंज में है। इस पर परमाणु बम भी फिट किया जा सकता है। अपने लक्ष्य तक पहुंचने से पहले ये मिसाइल 15 घंटे तक हवा में रही। हालांकि, रायटर के मुताबिक, ये मिसाइल असीमित दूरी तय करने की क्षमता रखती है। इसके लिए ये हफ्तों और महीनों तक हवा में रह सकती है।

    ये दुनिया की पहली ऐसी मिसाइल है, जिसमें परमाणु ऊर्जा इस्तेमाल होती है। दावा किया गया है कि ये मिसाइल किसी भी डिफेंस सिस्टम या रडार की पकड़ में नहीं आती और साथ ही इसके मार्ग का भी अंदाजा नहीं लगाया जा सकता है। पुतिन ने बताया कि इस मिसाइल का परीक्षण पिछले हफ्ते (21 अक्टूबर) किया गया है, लेकिन हर तरह के विश्लेषण के बाद रविवार को इसका खुलासा किया गया।

    अंतरराष्ट्रीय प्रभाव और अमेरिका को संदेश

    पुतिन ने यह एलान अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के कड़े रुख के बीच किया गया है। इसे पश्चिमी दबाव का रूसी जवाब मान रहा है। अमेरिका ने यूक्रेन को टामहाक मिसाइलें देने की बात कही थी, जिस पर पुतिन ने स्पष्ट किया था कि यदि रूस पर हमला होता है, तो प्रतिक्रिया बेहद गंभीर और निर्णायक होगी। पुतिन ने कहा है कि यूक्रेन युद्ध को लेकर रूस किसी भी पश्चिमी दबाव के आगे नहीं झुकेगा।

    विशेषज्ञ मानते हैं कि यह परीक्षण न केवल सैन्य शक्ति का प्रदर्शन है, बल्कि अमेरिका और नाटो के लिए एक रणनीतिक संदेश भी है कि रूस परमाणु हथियारों की होड़ में अब भी आगे है। यूक्रेन युद्ध समाप्त करने की येन केन प्रकारेण कोशिशों में लगे ट्रंप ने पुतिन को नाराज किया है। ट्रंप ने रूस को 'कागजी शेर' तक बता डाला था। अलास्का में दोनों नेताओं की बैठक के बाद हंगरी में होनेवाली बैठक भी स्थगित कर दी गई थी।

    अमेरिका से बढ़ती तनातनी के बीच पिछले हफ्ते ही रूस ने न्यूक्लियर ड्रिल भी की है। इसमें कई क्रूज मिसाइलों का परीक्षण भी किया गया है। साथ ही रूस ने जमीन, हवा और समंदर में अपनी क्षमताओं को परखा है।

    इन वजहों से अजेय है बुरेवेस्तनिक मिसाइल

    रूस की 9एम730 बुरेवेस्तनिक (स्टार्म पेट्रेल- तूफानी पक्षी) परमाणु क्रूज मिसाइल को नाटो ने एसएससी-एक्स-9 स्काईफाल नाम दिया है। इसकी योजना पर रूस 2018 से काम कर रहा था। बुरेवेस्तनिक की अनुमानित सीमा 20,000 किमी तक है। इसे रूस में कहीं भी तैनात किया जा सकता है। रडार या एयर डिफेंस सिस्टम से बचने के लिए मिसाइल बमुश्किल 50 से 100 मीटर (164 से 328 फीट) की ऊंचाई पर उड़ती है, जो पारंपरिक क्रूज मिसाइल से बहुत कम है।

    सामान्य क्रूज मिसाइलें टर्बोजेट या टर्बोफैन इंजन से चलती हैं, जबकि बुरेवेस्तनिक में एक छोटा परमाणु रिएक्टर लगा होता है। यह रिएक्टर हवा को अत्यधिक गर्म करता है, जो फैलते हुए मिसाइल को आगे की ओर धकेलता है। मिसाइल में ईंधन की कोई कमी नहीं होती, इसलिए ये पृथ्वी की कई बार परिक्रमा कर सकती है। यह मिसाइल लक्ष्य पर पहुंचने से पहले लंबे समय तक 'मंडरा' सकती है।

    (न्यूज एजेंसी पीटीआई के इनपुट के साथ)