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    पुतिन की सम्मानजनक मेजबानी को तैयार हंगरी, बुडापेस्ट में ट्रंप-रूसी राष्ट्रपति की मुलाकात की तैयारी शुरू

    Updated: Sat, 18 Oct 2025 03:14 AM (IST)

    रूसी राष्ट्रपति के कार्यालय क्रेमलिन ने कहा है कि राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की मुलाकात दो हफ्ते के भीतर अर्थात इसी महीने बुडापेस्ट में हो सकती है। लेकिन इससे पहले दोनों देशों को मुलाकात को सार्थक बनाने के लिए बहुत काम करना होगा। हंगरी यूरोपीय यूनियन का सदस्य है लेकिन उसके प्रधानमंत्री विक्टर आर्बन के रूसी राष्ट्रपति पुतिन से अच्छे रिश्ते हैं।

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    हंगरी ने कहा, रूसी राष्ट्रपति की सम्मानजनक मेजबानी को तैयार (फोटो- रॉयटर)

    रॉयटर, मॉस्को। रूसी राष्ट्रपति के कार्यालय क्रेमलिन ने कहा है कि राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की मुलाकात दो हफ्ते के भीतर अर्थात इसी महीने बुडापेस्ट में हो सकती है। लेकिन इससे पहले दोनों देशों को मुलाकात को सार्थक बनाने के लिए बहुत काम करना होगा।

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    मुलाकात हंगरी की राजधानी बुडापेस्ट में होगी

    पुतिन और ट्रंप के बीच गुरुवार को हुई लगभग दो घंटे की टेलीफोन वार्ता में दोनों नेता यूक्रेन युद्ध पर वार्ता के लिए एक बार फिर मिलने पर सहमत हुए हैं। इससे पहले 15 अगस्त को दोनों नेताओं की अमेरिका के अलास्का में मुलाकात हुई थी। लेकिन इस बार की मुलाकात हंगरी की राजधानी बुडापेस्ट में होगी।

     

    हंगरी यूरोपीय यूनियन का सदस्य है

    हंगरी यूरोपीय यूनियन का सदस्य है लेकिन उसके प्रधानमंत्री विक्टर आर्बन के रूसी राष्ट्रपति पुतिन से अच्छे रिश्ते हैं। शुक्रवार को पुतिन की हंगरी के प्रधानमंत्री से टेलीफोन पर वार्ता भी हुई। हंगरी ने कहा है कि वह राष्ट्रपति पुतिन की सम्मानजनक मेजबानी के लिए तैयार है।

     

    उल्लेखनीय है कि यूक्रेनी बच्चों के अपहरण और उन्हें बंधक बनाने के लिए अंतरराष्ट्रीय न्यायालय ने पुतिन की गिरफ्तारी के लिए वारंट जारी कर रखा है, इस कारण पुतिन अपनी विदेश यात्राओं को लेकर विशेष सतर्कता बरतते हैं।

     

     हंगरी में मुलाकात का कार्यक्रम भी घोषित

    राष्ट्रपति ट्रंप ने यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की से मुलाकात से एक दिन पहले पुतिन से बात की और हंगरी में मुलाकात का कार्यक्रम भी घोषित कर दिया। इसका असर ट्रंप और जेलेंस्की की मुलाकात पर पड़ना तय है।

     

    वार्ता से पहले व्हाइट हाउस ने संकेत दिया है कि राष्ट्रपति ट्रंप फिलहाल यूक्रेन को 2,500 किलोमीटर तक मार करने वाली टामहाक क्रूज मिसाइल देने की अनुमति नहीं देने जा रहे हैं।

     

    जेलेंस्की लंबे समय से अमेरिका से लंबी दूरी तक मार करने वाली मिसाइल मांग रहे हैं जिनसे यूक्रेनी सेना रूस के अंदरूनी इलाकों पर हमले कर सके। लेकिन रूस ने इस मिसाइल की आपूर्ति और इस्तेमाल होने पर युद्ध के और ज्यादा भड़कने की चेतावनी दी है।

     

    क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेस्कोव ने कहा है कि रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव जल्द ही अमेरिकी समकक्ष मार्को रूबियो से बात कर मिलने का कार्यक्रम तय करेंगे। दोनों ही विदेश मंत्री पुतिन और ट्रंप की मुलाकात का कार्यक्रम और विचारणीय बिदुओं को निर्धारित करेंगे।

     

    पेस्कोव ने कहा है कि दोनों नेता कई बिंदुओं पर चर्चा करेंगे और निर्णय लेंगे लेकिन चर्चा के बिंदु और उनका क्रम क्या हो, इसका निर्धारण पहले होगा। पेस्कोव ने कहा है कि रूस हमेशा से यूक्रेन युद्ध के शांतिपूर्ण समाधान का इच्छुक रहा है।

     

    पुतिन और मैं आर्बन को पसंद करते हैं : ट्रंप

    राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा, मुलाकात के लिए हंगरी को इसलिए चुना गया क्योंकि हम दोनों ही वहां के प्रधानमंत्री आर्बन को पसंद करते हैं। ट्रंप ने उम्मीद जताई कि पुतिन के साथ उनकी मुलाकात से अच्छे परिणाम सामने आएंगे। जबकि यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने कहा है कि इस वार्ता से उन्हें कोई उम्मीद नहीं है। पुतिन केवल समय निकाल रहे हैं।

     

    यूक्रेन को फिलहाल नहीं मिलेगी टॉमहॉक मिसाइल

    यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप से मिलने के लिए भारतीय समयानुसार शुक्रवार रात 11 बजे व्हाइट हाउस पहुंचे। वहां उन्होंने गाजा में युद्ध रुकवाने के लिए ट्रंप को बधाई दी और उम्मीद जताई कि वह इसी तरह से यूक्रेन में भी युद्ध रुकवाएंगे।

     

    जेलेंस्की की अपेक्षा अमेरिका से लंबी दूरी तक मार करने वाली टॉमहॉक क्रूज मिसाइल और अन्य हथियारों की है जिनसे वह रूस पर हमले कर सकें। लेकिन ट्रंप ने उन्हें आश्वासन दिया कि वह कुछ ही दिनों में रूसी राष्ट्रपति से मिलकर युद्ध रुकवाने का प्रयास करेंगे, इसलिए फिलहाल युद्ध को भड़काने वाले हथियारों से बचा जाना चाहिए।

     

    अमेरिका-रूस के बीच रेल टनल बनाने का प्रस्ताव

    -पुतिन के सलाहकार किरिल दिमित्रएव ने रूस और अमेरिका के संबंध विकसित करने के लिए बे¨रग स्ट्रेट के नीचे से रूस और अमेरिका को जोड़ने वाली रेल टनल बनाने का प्रस्ताव रखा है। 112 किलोमीटर लंबी इस रेल टनल को पुतिन-ट्रंप टनल कहा जाएगा। इस टनल के जरिये रूस के चकोत्का से अमेरिका के अलास्का के बीच ट्रेन चलेगी। आठ अरब डॉलर से बनने वाली यह टनल आठ वर्ष में तैयार होगी। यह प्रस्ताव संभवत: बुडापेस्ट में होने वाली शिखर वार्ता में रखा जाएगा।