प्रिंस एंड्रयू ने 'ड्यूक ऑफ यॉर्क' की उपाधि छोड़ी, क्यों लिया ये फैसला?
प्रिंस एंड्रयू ने यौन उत्पीड़न के आरोपों के बाद 'ड्यूक ऑफ यॉर्क' की उपाधि त्याग दी है। इन आरोपों के कारण उन्हें शाही कर्तव्यों से भी हटा दिया गया था। यह फैसला शाही परिवार की प्रतिष्ठा को बचाने के लिए किया गया है। भविष्य में इस उपाधि का क्या होगा, यह अभी तक स्पष्ट नहीं है।

प्रिंस एंड्रयू ने 'ड्यूक ऑफ यॉर्क' की उपाधि छोड़ी। (रॉयटर्स)
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। ब्रिटेन के प्रिंस एंड्रयू ने शुक्रवार को कहा कि उन्होंने 'ड्यूक ऑफ यॉर्क' की अपनी उपाधि छोड़ दी है। उन्होंने यह कदम दिवंगत अमेरिकी यौन अपराधी जेफरी एपस्टीन के साथ संबंधों को लेकर वर्षों से चली आ रही आलोचनाओं के बाद उठाया है।
किंग चार्ल्स के छोटे भाई और महारानी एलिजाबेथ के दूसरे पुत्र एंड्रयू की प्रतिष्ठा को हाल के वर्षों में खासकर एपस्टीन के साथ उनके संबंधों के कारण, काफी धक्का लगा है।
पिछले साल एक अदालती फैसले से यह भी पता चला कि ब्रिटिश सरकार का मानना था कि उनके एक करीबी व्यापारिक सहयोगी चीनी जासूस थे। उस समय एंड्रयू ने कहा था कि उन्होंने उस व्यवसायी से सभी संपर्क तोड़ दिए हैं।
कर्तव्य को सर्वोपरि रखने का फैसला किया- एंड्रयू
शुक्रवार को एक बयान में, एंड्रयू ने कहा कि मुझ पर लगातार लग रहे आरोपों ने उनके बड़े भाई किंग चार्ल्स और ब्रिटिश शाही परिवार के व्यापक कार्यों से ध्यान भटकाया है। मैंने हमेशा की तरह, अपने परिवार और देश के प्रति अपने कर्तव्य को सर्वोपरि रखने का फैसला किया है। मैं पांच साल पहले सार्वजनिक जीवन से दूर रहने के अपने फैसले पर कायम हूं।''
मैं अब उस उपाधि या सम्मान का उपयोग नहीं करूंगा- एंड्रयू
महामहिम की सहमति से, हमें लगता है कि अब मुझे एक कदम और आगे बढ़ना होगा। इसलिए मैं अब उस उपाधि या सम्मान का उपयोग नहीं करूंगा जो मुझे प्रदान किया गया है।
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