Bihar News: धान के कटोरे में ब्रांड बना टमाटर, प्रोसेसिंग यूनिट नदारद; लेकिन फिर भी किसान की मेहनत ला रही रंग
Rohtas News धान का कटोरा में टमाटर की खेती को बढ़ावा देने के लिए सात वर्ष पूर्व एक जिला एक उत्पाद के तहत रोहतास में टमाटर की खेती के लिए चयनित किया गया। चयन के पीछे यहां नदी किनारे की बलुई दोमट मिट्टी व अनुकूल जलावायु माना गया। किसानों ने भी सरकार के इस निर्णय को हाथों हाथ ले टमाटर की उन्नत व वैज्ञानिक तरीके से खेती करनी शुरू की।
ब्रजेश पाठक, रोहतास (जागरण)। Rohtas News धान का कटोरा में टमाटर की खेती को बढ़ावा देने के लिए सात वर्ष पूर्व एक जिला एक उत्पाद के तहत रोहतास में टमाटर की खेती के लिए चयनित किया गया। चयन के पीछे यहां नदी किनारे की बलुई दोमट मिट्टी व अनुकूल जलावायु माना गया।
किसानों ने भी सरकार के इस निर्णय को हाथों हाथ ले टमाटर की उन्नत व वैज्ञानिक तरीके से खेती करनी शुरू की। सोन, काव, कुदरा व दुर्गावती नदी का तटवर्ती इलाका समेत लगभग छह हजार हेक्टेयर क्षेत्र में टमाटर की खेती हो रही है। किसानों ने इसका उत्पादन भी प्रति वर्ष ढाई लाख टन तक पहुंचा दिया।
इसके बाद भी न तो प्रोसेसिंग यूनिट ही लग पाई न हीं टमाटर को कुछ दिनों तक सुरक्षित रखने के लिए शीत गृह ही बन पाया है। किसानों का कहना है कि जब तक खाद्य प्रसंस्करण इकाई नहीं लगती है, तब तक उन्हें ना ही बेहतर बाजार मिल पाएगा और ना ही उत्पाद का उचित मूल्य। जिससे किसानों का उत्साह ठंडा पड़ते जा रहा है।
टमाटर उत्पादन के हब बने कई गांव
किसानों ने दी टमाटर की खेती की जानकारी
प्रोसेसिंग यूनिट को मशीन का इंतजार
दिनारा के महरोढ़ गांव में संचालित टमाटर प्रोसेसिग यूनिट को बिहार राज्य उद्यानित विकास कार्यक्रम के तहत सब्सिडी का लाभ देकर शुरू कराया जा रहा है।
प्रोसेसिग यूनिट लगाने से लेकर बाजार उपलब्ध कराने तक में विभाग सहयोग करेगा। हालांकि इसे अब महाप्रबंधक जिला उद्योग केंद्र की देखरेख में कार्य किया जा रहा है। - जीतेंद्र कुमार, सहायक निदेशक, उद्यान
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