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INDvsBAN: 'गंगा तीरे, गेंद उछलेगी धीरे-धीरे', ग्रीनपार्क में किसे मिलेगा फायदा? पिच क्‍यूरेटर ने किया खुलासा

भारत और बांग्‍लादेश के बीच दूसरा टेस्‍ट मैच शुक्रवार से कानपुर के ग्रीनपार्क स्‍टेडियम पर खेला जाएगा। कानपुर की पिच काली मिट्टी की मदद से तैयार की गई है। पिच क्‍यूरेटर शिवकुमार ने बताया कि ग्रीनपार्क स्‍टेडियम की पिच किस तरह बर्ताव करेगी? उन्‍होंने कहा कि तेज गेंदबाजों को पहले दिन से उछाल प्राप्‍त होगा। यहां पहले जो मैच हुए हैं उसमें तेज गेंदबाजों का बोलबाला रहा है।

By Jagran News Edited By: Abhishek Nigam Updated: Wed, 25 Sep 2024 06:00 AM (IST)
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कानपुर की पिच से तेज गेंदबाजों को शुरुआत में मदद मिलने की उम्‍मीद है

अभिषेक त्रिपाठी, जागरण कानपुर। लाल मिट्टी की पिच पर खेले गए चेन्नई टेस्ट मैच में शुरुआत में तेज गेंदबाज तो बाद में भारतीय स्पिनरों का दबदबा रहा। अब भारतीय टीम 27 सितंबर से बांग्लादेश के विरुद्ध दूसरा टेस्ट मैच कानपुर के ग्रीन पार्क स्टेडियम में बनी काली मिट्टी की पिच पर खेलेगी।

अभी तक यहां की पिच पर हुए अधिकतर टेस्ट मैचों में पिच पर उछाल कम ही देखने को मिली है, लेकिन पिच के कायाकल्प के बाद इस पर बेहतर उछाल की उम्मीद जताई जा रही है। भारतीय टीम प्रबंधन के कुछ लोग गंगा किनारे बने इस स्टेडियम में टेस्ट मैच खेलने के पक्ष में नहीं थे, लेकिन बीसीसीआई की नीति के कारण उत्तर प्रदेश क्रिकेट संघ (यूपीसीए) को दूसरे टेस्ट मैच की मेजबानी दी गई।

स्‍पोर्टिंग विकेट पर ध्‍यान

यूपीसीए ने भी टेस्ट मैच को लेकर पूरी तैयारी की है और मैच ग्रीनपार्क में ही कराने का निर्णय हुआ। महेंद्र सिंह धोनी और विराट कोहली की कप्तानी में जब भारतीय टीम घर में टेस्ट मैच खेलती थी तो काफी स्पिन ट्रैक देखने को मिलते थे। उस समय कई टेस्ट मैच दो से ढाई दिन में भी समाप्त हुए और शुरुआती ओवरों में ही स्पिनर लगा दिए जाते थे, लेकिन रोहित शर्मा की कप्तानी में अखाड़ा बनाने की जगह टीम स्पोर्टिंग विकेट पर ज्यादा खेलते दिखाई दे रही है।

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पिच क्‍यूरेटर ने दी जानकारी

भारतीय टीम प्रबंधन अतिरिक्त स्पिन वाले ट्रैक को प्राथमिकता नहीं दे रहा है। इस वर्ष इंग्लैंड के साथ हुई सीरीज में यह देखने को मिला था। मुख्य पिच क्यूरेटर शिवकुमार ने दैनिक जागरण से कहा कि यह स्पिन ट्रैक तो बिल्कुल नहीं होगा, जैसा कि पहले देखने को मिलता था। गेंद ज्यादा टर्न नहीं करेगी, स्पिनरों को एक या दो दिन बाद मदद मिलेगी।

उन्‍होंने साथ ही कहा कि इस पिच पर पहले से उछाल बेहतर होगा और बल्लेबाजों को शॉट खेलने में दिक्कत नहीं होगी। ग्रीन पार्क को लेकर जो एक धारणा है, इस बार यहां की पिच उससे बिल्कुल अलग होने वाली है। ग्रीन पार्क में अंतिम टेस्ट मैच 2021 में भारत और न्यूजीलैंड के बीच खेला गया था और वह भी काफी रोमांचक मैच हुआ था। अंतिम दिन मैच ड्रॉ पर समाप्त हुआ था।

मौसम का असर पिच पर नहीं पड़ेगा

शिवकुमार के अनुसार, अगर मैच से पहले वर्षा भी होती है तो पिच पर नमी का असर ज्यादा देखने को नहीं मिलेगा। वर्षा होने के बाद धूप खिलने पर पिच बेहतर तरीके से खेलेगी। सर्दी के मौसम में अगर वर्षा होती है तो पिच पर नमी होती है, लेकिन ऐसे मौसम में पिच धूप निकलने पर जल्द सूख जाती है। इस बार ग्रीन पार्क में आउटफील्ड के साथ ही पिच भी नए सिरे से तैयार की गई है।

शिवकुमार ने बताया कि चार महीने पहले से ही प्रैक्टिस पिच सहित ही मुख्य पिच का नवीनीकरण किया गया है। कुल 15 पिचें ग्रीन पार्क में हैं। पिच स्क्वायर को फिर से तैयार किया गया है। स्टेडियम के गंगा किनारे होने के कारण पिच पर असर के बारे में क्यूरेटर ने कहा कि इसका इतना असर नहीं होता क्योंकि पानी कभी भी नदी के साइड में नहीं बल्कि नीचे बहता है।

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इस स्टेडियम की बात करें तो सुबह पिच के नीचे नमी रहती है और जब उसे हम कवर करते हैं तो उसमें थोड़ा मूवमेंट बनता है। ये पूरी दुनिया के स्टेडियमों में होता है, इसलिए यहां गंगा का कोई खास असर नहीं है।

उन्नाव के सरेनी गांव की मिट्टी से तैयार होती हैं पिचें

ग्रीन पार्क की पिचों की मिट्टी को उन्नाव से लाकर तैयार किया जाता है। इस बारे में शिवकुमार ने कहा कि उन्नाव ही कानपुर के सबसे नजदीक है और यहां के सरेनी गांव से काफी वर्षों से मिट्टी को लाया जाता रहा है क्योंकि यह नैचुरल क्ले होती है। यह मिट्टी खेत की होती है, तालाब की नहीं। अब तक यहां से मिट्टी लाई जा रही थी, लेकिन अब वहां स्त्रोत समाप्त होता जा रहा है। भविष्य में हमें पूरी मिट्टी बदलनी पड़ेगी।

टूटेंगे कई रिकॉर्ड

एक तरफ भारत की निगाहें यह मैच जीतकर सीरीज पर कब्जा जमाने पर होगी, तो वहीं टीम व कई खिलाड़‍ियों की नजरें रिकॉर्ड बनाने पर होंगी। अगर भारतीय टीम कानपुर टेस्ट जीत लेती है तो वह टेस्ट की चौथी सबसे सफल टीम बन जाएगी। दरअसल, भारत ने अब तक 580 में से 179 टेस्ट जीते हैं और इतने ही टेस्ट दक्षिण अफ्रीका ने भी जीते हैं। कानपुर टेस्ट जीतकर भारतीय टीम उससे आगे निकल जाएगी।

- कानपुर में महज 35 रन बनाते ही विराट 27 हजार अंतरराष्ट्रीय रन बनाने वाले चौथे खिलाड़ी बन जाएंगे। साथ ही विराट के नाम 114 टेस्ट में 29 शतक हैं और वह ग्रीन पार्क में शतक लगाते हैं तो ऑस्ट्रेलिया के सर डान ब्रैडमैन (52 टेस्ट में 29 शतक) को पीछे छोड़ देंगे।

- भारतीय कप्तान रोहित के पास भी यहां रिकॉर्ड बनाने का अवसर है। अगर रोहित शतक लगाते हैं तो वह कुल अंतरराष्ट्रीय शतकों के मामले में राहुल द्रविड़ से आगे निकल जाएंगे। रोहित और द्रविड़ के नाम 48-48 शतक हैं।

- कानपुर में नौ विकेट लेकर अश्विन ऑस्ट्रेलियाई स्पिनर नाथन लियोन से आगे निकल सकते हैं। लियोन के नाम 129 टेस्ट में 530 विकेट हैं, जबकि अश्विन 101 टेस्ट में 522 विकेट ले चुके हैं।

- रवींद्र जडेजा 300 टेस्ट विकेट के करीब। कानपुर में एक और विकेट लेते ही वो टेस्ट में 300 विकेट पूरे कर लेंगे।

कानपुर में टेस्ट रिकॉर्ड

  • कुल टेस्ट : 23
  • भारत जीता : 07
  • भारत हारा : 03
  • ड्रॉ : 13

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